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भारत की नवरत्‍न और महारत्‍न कम्पनियां

भारत की नवरत्‍न और महारत्‍न कम्पनियां
Navratna and Maharatna Companies of India

नवरत्न का दर्जा “केन्द्रीय लोक उद्यम विभाग ” द्धारा दिया जाता है में यह दर्जा मूलतः नौ कंपनियों के लिए ही सृजित किया गया था । वर्तमान में इसकी संख्या 23 हो गई है । 21 दिसंबर 2009 को केन्द्रीय मंत्रीमंडल सर्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के लिए महारत्न दर्जे के सृजन का निर्णय लिया ।वर्तमान में  इसकी संख्या  7  है ।भारत की नवरत्‍न और महारत्‍न कम्पनियों के नाम और उनके प्रदान दर्जा प्रमुख शर्तें  नीचे दिया गया हैं

भारत की नवरत्न कंपनी के नाम (Navratna Companies of India)

किसी सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम को नवरत्न का दर्जा प्रदान करने के लिए प्रमुख शर्तें हैं-
(i) कंपनी को अनुसूची-A तथा मिनीरत्न श्रेणी-1 का दर्जा प्राप्त हो।
(ii)पिछले 5 वर्षों के दौरान कंपनी को न्यूनतम 3 उत्कृष्ट (Excellent) या बहुत अच्छा (Very Good) समझौता-ज्ञापन रेटिंग प्राप्त हुई हो।
(iii) पिछले 3 वर्षों के दौरान निम्नलिखित 6 दक्षता मानकों पर अपने प्रदर्शन के आधार पर कंपनी को कुल 100 अंकों में से 60 या उससे अधिक का कंपोजिट स्कोर प्राप्त हुआ हो।
(a)शुद्ध मूल्य पर शुद्ध लाभ।
(b)उत्पादन या सेवा लागत पर मानव श्रम लागत।
(c)नियोजित पूंजी पर सकल मार्जिन।
(d)टर्न ओवर पर सकल लाभ।
(e)प्रति शेयर आय।
(f) शुद्ध मूल्य पर शुद्ध लाभ पर आधारित अंतर-क्षेत्रीय तुलना।

भारत की नवरत्न कंपनी के नाम की सूची 

क्र.सं. नवरत्न कंपनी के नाम संक्षिप्त नाम मुख्यालय स्थापना वर्ष
1. भारत हैवी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Heavy Electronics Limited) BHEL नई दिल्ली 1962
2. भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड(Bharat Petroleum Corporation Limited) BPCL मुम्बई 1976
3. हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (Hindustan Petroleum Corporation Limited) HPCL मुम्बई 7976
4. भारतीय तेल निगम( Indian Oil Corporation) IOC नई दिल्ली 1964
5. महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (Mahanagar Telephone Nigam Limited) MTNL नई दिल्ली 1986
6. तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम ( Oil and Natural Gas Corporation) ONGC देहरादून 1956
7. राष्ट्रीय ताप विद्धुत निगम (National Thermal Power Corporation) NTPC नई दिल्ली 1975
8. भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड SAIL नई दिल्ली 1974
9. भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड ( Gas Authority Indian Ltd.) GAIL नई दिल्ली 1984
10. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited) BEL बंगलुरु 1954
11. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (Hindustan Aeronautics Limited) HAL बंगलुरु 1940
12. पावर फाइनेंस कॉर्पोरेशन (Power Finance Corporation) PFC नई दिल्ली 1986
13. राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (National Mineral Development Corporation) NMDC हैदराबाद 1950
14. पावर ग्रिड कॉपेरिशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (Power Grid Cooperation of India Ltd.) PGCIL नई दिल्ली 19589
15. ग्रामीण विधुतीकरण निगम लिमिटेड (Rural Electrification Corporation Ltd) REC नई दिल्ली 1969
16. नेशनल एल्युमीनियम कंपनी (National Aluminium Company) NALCO ओडिशा 1981
17. भारतीय नौवहन निगम (Shipping Corporation of India) SCI मुम्बई 1961
18. कोल इंडिया लिमिटेड (Coal India Limited) CIL कोलकाता 1975
19. राष्ट्रीय इस्पात निगम लिमिटेड (National Steel Corporation Limited ) RINL विशाखापत्तनम 1982
20. ऑयल इंडिया लिमिटेड (Oil India Limited) OIL डुलियाजन 1959
21. नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन (Neyveli Lignite Corporation) NLC चेन्नई 1956
22. नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (National Buildings Construction Corporation Limited) NBCC नई दिल्ली 1960
23. इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड( Engineers India Limited) EIL नई दिल्ली 1965

• कोल इंडिया को नवरत्न का दर्जा मिलने से नवरत्न कंपनियों की संख्या अब 18 हो गयी . 23 अक्टूबर 2008 को इसे नवरत्न घोषित किया गया .
• जून, 2014 में केंद्र सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के दो केंद्रीय उपक्रमों यथा ‘इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड’( Engineers India Ltd.-EIL ) और ‘नेशनल बिल्डिंग्स कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन लिमिटेड’( National Buildings Construction Corporation Limited -NBCC ) को भी नवरत्न का दर्जा प्रदान कर दिया था।
• CIL,RINL,OIL, NLC, EIL और NBCC को नवरत्न का दर्जा प्राप्त होने के पश्चात अब भारत में कुल 23 सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां नवरत्न की श्रेणी में शामिल हो गईं हैं।

भारत की महारत्‍न कंपनी के नाम ( Maharatna Companies of India)

निम्न मापदंडों को पूरा करने वाली सीपीएसई को ‘महारत्न’ का दर्जा देने पर विचार किया जाता है
(a) ‘नवरत्न’ का दर्जा प्राप्त होना चाहिए।
(b) सेबी के नियामकों के तहत न्यूनतम निर्धारित सार्वजनिक हिस्सेदारी के भारतीय शेयर बाजार में सूचीबद्ध होना चाहिए।
(c) पिछले तीन वर्षों के दौरान औसत सलाना कारोबार 25,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होना चाहिए।
(d) पिछले तीन वर्षों के दौरान औसत सलाना शुद्ध संपत्ति 15,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होना चाहिए।
(e) (e) कर अदायगी के बाद पिछले तीन वर्षों के दौरान औसत सलाना शुद्ध लाभ 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा होने चाहिए।
(f) वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण उपस्थिति/अंतरराष्ट्रीय परिचालन होना चाहिए।

भारत की महारत्‍न कंपनी के नाम की सूची 

क्र.सं. नवरत्न कंपनी के नाम संक्षिप्त नाम मुख्यालय स्थापना वर्ष
1. राष्ट्रीय ताप विद्धुत निगम (National Thermal Power Corporation) NTPC नई दिल्ली 1975
2. तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम ( Oil and Natural Gas Corporation) ONGC देहरादून 1956
3. भारतीय इस्पात प्राधिकरण लिमिटेड SAIL नई दिल्ली 1974
4. भारतीय तेल निगम( Indian Oil Corporation) IOC नई दिल्ली 1964
5. कोल इंडिया लिमिटेड CIL कोलकाता 1975
6. भारत हैवी इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Heavy Electronics Limited) BHEL नई दिल्ली 1962
7. भारतीय गैस प्राधिकरण लिमिटेड ( Gas Authority Indian Ltd.) GAIL नई दिल्ली 1984

20 मई 2010 को भारत सर्कार ने चार सार्वजनिक उपक्रमों को महारत्न का दर्जा प्रदान किया था पांचवी महारत्न कम्पनी कोल इंडिया लिमिटेड को अप्रैल 2011 ko में महारत्न का दर्जा प्रदान किया ।
8 सितंबर, 2017 को कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में गठित पैनल द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (BPCL) को महारत्न का दर्जा देने का निर्णय लिया गया। इस घोषणा  के  बाद जल्द ही केंद्र सरकार के सार्वजनिक उपक्रम विभाग द्वारा की जाएगी। इसके बाद महारत्न कंपनियों की कुल संख्या 8 हो जाएगी।

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