भारत में पंचवर्षीय योजनाओं की प्राथमिकता – Priority of Five Year Plans in India
VidyaGyaan
भारत में पंचवर्षीय योजनाओं की प्राथमिकता – Priority of Five Year Plans in India
भारत की पहली पंचवर्षीय योजना 1 अप्रैल 1951 से प्रारंभ हुई स्वतंत्रता के बाद सन 1947 में पंडित नेहरु की अध्यक्षता में नियोजन समिति गठित हुई थी | बाद में इसी समिति की सिफारिश पर 15 मार्च 1950 ई . में योजना आयोग का गठन एक गैर सांविधिक और परामर्शदात्री निकाय के रूप में किया गया , इसके पदेन अध्यक्ष प्रधानमंत्री होतें हैं |
वर्ष 1962 में चीन और 1965 में पाकिस्तान से हुए युद्ध से पैदा हुई स्थिति, दो साल लगातार भीषण सूखा पड़ने, मुद्रा का अवमूल्यन होने, कीमतों में हुई वृद्धि तथा योजना उद्देश्यों के लिए संसाधनों में कमी होने के कारण ‘चौथी योजना’ को अंतिम रूप देने में देरी हुई। इसलिए इसका स्थान पर चौथी योजना के प्रारूप को ध्यान में रखते हुए 1966 से 1969 तक तीन वार्षिक योजनाएँ बनायी गयीं। इस अवधि को ‘योजना अवकाश’ कहा गया है।